CM Dhami pays tribute to Dr. Ambedkar: UK सीएम ने अंबेडकर जयंती और बैशाखी पर्व की दी शुभकामनाएं..

CM Dhami pays tribute to Dr. Ambedkar: उत्तराखंड के CM धामी ने सोमवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किये और उन्हें भारतीय संविधान का शिल्पकार बताया। सीएम ने कहा कि- बाबा साहेब ने ऐसे भारत की परिकल्पना की थी जिसमें सभी नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हों, एवं हमारी सरकार समान नागरिक संहिता लागू करके उनके स्वप्नों को साकार कर रही है।

CM Dhami pays tribute to Dr. Ambedkar: सीएम धामी ने बैशाखी पर्व की दी शुभकामनाएं..

सीएम धामी ने सांस्कृतिक एवं विकास मेला-2025 को संबोधित करते हुए कहा कि- “कर्णप्रयाग (चमोली) में आयोजित बैशाखी धार्मिक, पर्यटन, सांस्कृतिक एवं विकास मेला-2025 को संबोधित किया। इस अवसर पर उपस्थित जनों को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती एवं बैशाखी पर्व की शुभकामनाएं दी।

इस प्रकार के मेले क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूत करने के साथ प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का काम करते हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री
@narendramodi
जी के कुशल नेतृत्व में हमारी डबल इंजन सरकार विकास कार्यों के साथ प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में कार्य कर रही है।

अगले वर्ष कर्णप्रयाग के नौटी गांव से मां नंदा देवी की राजजात यात्रा प्रारंभ होगी, जिसके लिए राज्य सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है। इस बार की राजजात यात्रा को हम सब मिलकर और अधिक भव्य और दिव्य रूप में मनाएंगे।”

CM Dhami pays tribute to Dr. Ambedkar: CM धामी ने डॉ. अंबेडर को नमन करते हुए कहा कि-

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन हमें डॉ.अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलने और उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा देता है। और सामाजिक न्याय के लिए डॉ.अम्बेडकर का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने देश की एकता,अखंडता और सामाजिक समभाव को मजबूत बनाने वाला संविधान दिया। उन्होंने दलित एवं वंचित वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आगे कहा कि-

बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान की संरचना में उल्लेखनीय योगदान देते हुए दलितों और कमजोर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने में प्रभावी पहल की है। उन्हें समाज में बराबरी का हक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आगे कहा कि- समान नागरिक संहिता लागू होने से प्रदेश की महिलाओं को समान अधिकार मिल रहे हैं। साथ ही अब किसी भी प्रकार की धार्मिक कुरीतियां महिलाओं का शोषण नहीं कर सकेंगी

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